*_बैंक क्यों डूबते हैं?_* copied from message received on Whatsapp
_आज एक दुकानदार नें बैंकों की कार्यशेली के बारे में बडा ही दिलचस्प किस्सा सुनाया_
_बोला मैंने 2015 में बैंक से 500000 का लोन लिया था और अभी तक चुकाया भी नहीं ?_
_एक बैंक मैनेजर मेरी दुकान से सामान खरीदने आते थे, एक दिन बहुत परेशान दिख रहे थे, बोले सरकार नें टार्गेट फिक्स कर दिये हैं और मेरे जोनल आफिस ने भी डंडा कर रखा है कि एक महीने में कम से कम 20 मुद्रा लोन बांटने हैं ।_
_बार बार मुझे धमकाया जाता है कि तुम कुछ नहीं करते अब तक एक लोन भी स्वीकृत नहीं कर पाये हो ।_
_भैया तुम ही एक पांच लाख का लोन ले लो तुम्हारी तो दुकान भी ठीक चल रही है ।_
_इसी दुकान पर लोन कर दूंगा तुमको पांच लाख तक कोई गारंटी भी नहीं देनी पडेगी ।_
_मैनें हां कर दी और बैंक में जा कर कागजात भी पूरे कर दिये ।_
_उन्होंने मेरी पांच लाख की मुद्रा योजना की कैश क्रेडिट लिमिट बना दी ।_
_मैंने लिमिट से पूरा पैसा निकाला और 32000 का दुकान का सामान खरीद लाया, बाकी बचे 468000 का 26000 के हिसाब से 18 तैला सोना खरीद कर रख दिया ।_
_बीच बीच में लिमिट में कुछ पैसा जमा करता रहा और निकालता रहा ।_
_चार महीने बाद मैनेजर साहब का ट्रांसफर हो गया । इधर मैनें बैंक में लेनदेन बन्द कर दिया ।फिर तो इसके बाद मैंने एक भी रुपया जमा नहीं किया।_
_कुछ दिनों बाद लोन NPA हो गया। और भारत सरकार के नियमानुसार खाते में ब्याज लगना बंद हो गया। मेरे पास 528500 रुपया के नोटिस आते रहे।_
_समय समय पर मैनेजर साहब मेरे घर पर आते थे और रिकवरी टार्गेट का रोना रोते थे। मैं भी एक दो बार मन्दी का रोना रोता था। बैंक से कभी फोन आता कभी लोक अदालत का नोटिस कभी कोई रिकवरी एजेन्ट, लेकिन मैनें भी कह दिया जो करना है कर लो मेरे पास पैसे नहीं हैं ।_
_दिन बीतते गये। मैनेजर बदलते रहे। एक दिन बैंक से दो लोग आये मुझे ओटीएस के तहत 25 परसेंट छूट की पेशकश की गयी। बोले हमारा भी रिकवरी का टार्गेट है ऊपर से रोज डाट पडती है आप बकाया का 75 % दे कर खाता बन्द करवा लो । पर मैंने हिम्मत नहीं हारी ।_
_बैंक नें आर सी काट दी, सरकार नें इस तरह की छोटी आर सी की रिकवरी पर रोक लगा दी । इधर मेरे वकील नें मुझे समझाया डरो मत कुछ नहीं होगा कुछ दिन बाद आर सी भी रददी में चली जायेगी बैंक की आर सी की कोई अहमियत नहीं है ।_
_पिछले साल मैनेजर फिर आया एन पी ऐ रिकवरी का रोना रोता रहा उस ने 40 परसेंट छूट की बात कही।_
_फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी।लोन मेरा 528500 रुपया ही था । अब 2021 आ गया था अब बैंक ने मुझे 60 परसेंट की पेशकश कर डाली।_
_एक दिन लोक अदालत में भी बुलाया मैंने सोचा गरीबी का रोना रोता हूँ। जज साहब बैंकर को और छूट करने का दबाव बनाते रहे।_
_बैंकर ने फिर से 60 परसेंट छूट की पेशकश की थी । लोन तो 528500 ही है आज भी, सोचता हूं अब ये लोन जमा कर ही दूँ। क्योंकि लोन खाता 211400 रुपया में बंद हो जायेगा।_
_मैंने जो लोन लेकर 18 तोला सोना ख़रीदा था, वह अब भी मेरे पास है। सोना का रेट 48000 तोला हो गया है। उसकी कीमत 864000 है, अब तो 4.5 तोला सोना बेच कर लोन चुकता हो जायेगा । बांकी 13.5 तोला मेरे पास फिर भी शेष बचेगा जिसकी कीमत 648000 है। मैं आज भी फायदे में ही हूँ ।_
_बेवकूफ बैंकर जिसने अपने टार्गेट के चक्कर में इतनी मैनपावर भी बर्बाद की इतने सालों तक। और रुपया भी।_
_अब आप ये सोचिएगा कि यह ता मेरी अकेले एक छोटे से दुकानदार की कहानी है, बाकी पूरे देश में बैंकों की क्या हालत होगी और बडे बडे बकायेदारों उद्योगपतियों जिनके ऊपर करोडों बकाया हैं उन के बारे में सोच कर तो मैं भी डर जाता हूँ कि ये बैंक चल कैसे रहे हैं ।_
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